
खाने के मेन्यू को सीमित रखा जाए
खाने का मेन्यू सीमित मात्रा में रखें। शादियों में अनेक प्रकार के व्यंजन बनाए जाते है, जिससे आधा से ज्यादा भोजन बर्बाद होता है। पाश्चात्य खाने पिज्जा, बर्गर, चाऊमीन में लोगों की रुचि बढ़ रही है, जिससे स्टॉल पर ही लोग अपना पेट भर लेते हैं। उसके बाद भोजन में विभिन्न प्रकार की मिठाइयां, सब्जियां, रोटी, पूरी का स्वाद लेने के लिए बेवजह अपनी प्लेट भर लेते हैं। थोड़ा बहुत खाने का स्वाद ले कर ज्यादा खाना कचरा पात्र में चला जाता है। शादियों में बड़े-बड़े खाली पात्र रख दिए जाएं और सूचना लगा दी जाए कि बचे हुए भोजन को इन पात्रों में डालें। खाली प्लेट को कचरा पात्र में डाले इससे भोजन व्यर्थ नहीं होगा और गरीबों के काम आ जाएगा। - लता अग्रवाल, चित्तौड़गढ़
भोजन जरूरतमंदों तक पहुंचाया जाए
शादी समारोह में अक्सर बड़ी मात्रा में स्वादिष्ट भोजन बच जाता है। इस बचे हुए भोजन को फेंकने के बजाय, इसे जरूरतमंदों तक पहुंचाना चाहिए। कई एनजीओ और स्वयंसेवी समूह इस कार्य में लगे हुए हैं। हम ऐसे संगठनों से संपर्क कर सकते हैं, जो शादियों और कार्यक्रमों से बचा हुआ भोजन एकत्र करके उसे गरीब बस्तियों, अनाथालयों या बेघर लोगों तक पहुंचाते हैं। कुछ शहरों में तो मोबाइल ऐप भी उपलब्ध हैं, जिनके ज़रिए हम बचे हुए भोजन की जानकारी दे सकते हैं। इस तरह, न केवल भोजन की बर्बादी रुकती है, बल्कि कई भूखे लोगों को समय पर भोजन भी मिल पाता है। - डॉ. अजिता शर्मा, उदयपुर
जनजागरूकता को बढ़ावा दिया जाए
शादियों में भोजन की बर्बादी ना हो, इसके लिए प्रत्येक आयोजनकर्ता को शादी के निमंत्रण पत्र में भोजन बर्बादी ना हो इसका उल्लेख करना चाहिए। इसके साथ भोजन स्थल पर भी चेतावनी बोर्ड लगाने चाहिए। जन जागरूकता को बढ़ावा मिलना चाहिए जिससे भोजन बर्बादी रुक सके। - शंकर गिरि, रावतसर, राजस्थान
भोजन का सम्मान करना चाहिए
शादियों में भोजन मेहमानों की वास्तविक संख्या के अनुसार बनाया जाए और मेन्यू सीमित रखा जाए। बुफे में छोटी प्लेटें और छोटे सर्विंग चम्मच देने से लोग जरूरत के अनुसार ही भोजन लेते हैं। स्टॉलों पर “जितना चाहिए उतना लें” जैसे संदेश भी प्रभावी होते हैं। ताजा और गुणवत्तापूर्ण भोजन हमेशा कम बर्बाद होता है, इसलिए कैटरिंग प्रबंधन पर विशेष ध्यान जरूरी है। बचा हुआ साफ भोजन फीडिंग इंडिया जैसी संस्थाओं को दान कर समाज हित में उपयोग किया जा सकता है। परिवार और आयोजकों को "नो फूड वेस्ट जोन" जैसी पहल अपनाकर भोजन के सम्मान और संसाधनों की बचत का संदेश देना चाहिए। डॉ. दीपिका झंवर, जयपुर
सामाजिक संगठनों से मदद लें
शादियों में एक ही एक बार में ज्यादा वैरायटी के भोजन परोसना कम करना होगा। व्यक्ति हर प्रकार की वैरायटी के खाने को टेस्ट करने का प्रयास करता है, लेकिन खा नहीं पाता है और भोजन व्यर्थ जाता है। शादी में जो भोजन बचता है उसे समय रहते पेक करके जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाना चाहिए। कुछ सामाजिक संगठन बने हुए है उनसे संपर्क कर मदद लेनी चाहिए। शादी समारोह में खाने की स्टॉल पर भोजन को बर्बाद न करे संबंधी स्लोगन संदेश लगाने चाहिए़। - शालिनी ओझा, बीकानेर
प्लेट सिस्टम बंद करना चाहिए
शादियों मे प्लेट सिस्टम के कारण भोजन की बर्बादी ज्यादा होती है इसलिए इसे बंद करना चाहिए। लोग प्लेटो में हर तरह का खाना ले लेते हैं और फिर भारी मात्रा में उसे जूठन के रूप में छोड़ देते हैं। भोजन बचाने के लिए लोगों को प्रयास करने चाहिए कि वे उतना ही भोजन ले जितना खा सकते हैं। माता-पिता को बच्चों के खाना लेने पर ध्यान रखना चाहिए। प्लेटो मे छोड़ा गया खाना उन सैकड़ों लोगों की भूख मिटा सकता है, जिन्हें एक समय का खाना भी नसीब नहीं होता है। - नरेश कानूनगो, देवास
जरूरतमंदों को दान करें
शादियों में होने वाली भोजन की बर्बादी रोकने के लिए आयोजकों को मेहमानों की संख्या के अनुसार ही खाना बनाना चाहिए। बचे हुए भोजन को स्थानीय गैर-सरकारी संगठनों या खाद्य बैंकों के माध्यम से जरूरतमंदों को दान करना चाहिए। मेहमानों को उतना ही भोजन लेने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए जितना वे खा सकें। शादियों में अधिक से अधिक व्यंजन परोसने के नाम पर होने वाली फिजूलखर्ची एक परम्परा सी बन गई है, जो कि एक अवांछनीय कृत्य है। इस परम्परा पर रोक लगाई जानी चाहिए। - प्रकाश भगत, कुचामन सिटी
खाने की प्लेट छोटी की जाए
शादियों में भोजन की बर्बादी रोकने के लिए मेन्यू कम और जरूरी व्यंजन ही रखें, ताकि खाना बेकार न जाए। छोटी प्लेट देने से लोग उतना ही खाना लेते हैं जितना उन्हें चाहिए। स्टॉल पर वेटर होने से खाना ज्यादा नहीं परोसा जाता। मेहमानों की सही संख्या के अनुसार ही भोजन बनाया जाए। कुछ खाना बच भी जाए तो उसे फेंकने के बजाय जरूरतमंदों तक पहुंचाया जाए। इन छोटे-छोटे कदमों से शादी में खाने की बर्बादी आसानी से रोकी जा सकती है। - पवन बैरवा, भीलवाड़ा
थोड़ा-थोड़ा भोजन परोसा जाए
शादियों में भोजन की बर्बादी बहुत होती है, जागरूकता की कमी इसका मुख्य कारण है। कई बार कैटरिंग वाले भोजन ज्यादा डाल देते है, जिससे भोजन की बर्बादी होना आम बात है। इसके लिए जरूरी है, कि कैटरिंग वालों को थोड़ा-थोड़ा भोजन डालने को कहा जाए। प्रीतिभोज वाले स्थानों पर जगह-जगह भोजन की बर्बादी से होने वाले नुकसान के पोस्टर और बैनर लगाए जाएं। सभी व्यक्ति उसे देखकर जागरूक हो और अन्य लोगों को भी जागरूक करें। ऐसा करके भोजन की बर्बादी रोकी जा सकती है। - निशा बाकोलिया, सुजानगढ़
भोजन का मेन्यू सीमित किया जाए
शादियों में भोजन की बर्बादी रोकने के लिए भोजन करने वाले को उतना ही परोसा जाना चाहिए जितना वह खा सके। मेहमानों की संख्या के अनुसार ही भोजन तैयार करवाया जाए। बफे सिस्टम रखें तो छोटे सर्विंग बाउल और प्लेटें रखी जाएं। बचे भोजन को सुरक्षित पैक कर जरूरतमंदों या फूड बैंकों तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाए। मेन्यू भी सीमित और मौसमी हो क्योंकि सीमित व्यंजनों में बर्बादी कम होती है। - अमृतलाल मारू, इंदौर
Published on:
17 Nov 2025 07:33 pm
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