
दुलारचंद यादव और अनंत सिंह
दुलालचंद यादव हत्याकांड: मोकामा टाल के बाहुबली दुलारचंद यादव की हत्या के 29 घंटे बाद बाढ़ के उमानाथ घाट पर शुक्रवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। दुलारचंद यादव के बेटे रंजीत ने उन्हें मुखाग्नि दी। मुखाग्नि के बाद दुलारचंद के चिता की आग तो शांत हो गई है, लेकिन मोकामा में इसकी नई चिंगारी छोड़ गई है। शव यात्रा के दौरान पथराव और फायरिंग इसकी बानगी है। चुनाव से ठीक पहले हुई इस घटना के बाद अशांत मोकमा को शांत करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल की जरूर प्रतिनियुक्त कर दी गई है। लेकिन, किसी बड़ी घटना की आशंका से सभी लोग परेशान हैं। इस बीच दुलारचंद यादव की हत्या को लेकर दर्ज की गई तीन एफआईआर तीन कहानी एक नई बहस शुरू कर दी है।
दुलारचंद यादव के पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट, घटना से जुड़े वायरल वीडियो को लेकर शुक्रवार की रात पुलिस की ओर से तीसरी एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें डॉक्टरों की ओर से दी गई पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट और सोशल मीडिया पर घटना से जुड़े वायरल हो रहे वीडियो को आधार बानया गया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि पुलिस तीनों एफआईआर को आधार बनाकर अपनी जांच कर रही है। एक दो दिनों के अंदर पूरा मामला भी सामने आ जायेगा। यह पूछने पर कि पुलिस को पूरे मामले की जांच के लिए तीसरे एफआईआर की जरूरत क्यों पड़ी? इसपर वे कहते है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो कुछ अलग कहानी कह रही है। इसलिए पुलिस स्वत: अपने स्तर से एफआईआर दर्ज किया है।
सोशल मीडिया पर शुक्रवार को दुलारचंद यादव की ओर से खुद पत्थर चलाने का वीडियो वायरल हुआ। सफेद गंजी, लूंगी और जूतों में वे गाड़ियों की ओर ईंट फेंक रहे हैं। पुलिस इसपर अपनी जांच कर रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि जब अनंत सिंह गाड़ियों के काफिले के साथ चल रहे थे और दुलारचंद यादव सबसे पीछे की गाड़ी में बैठे थे। फिर वायरल वीडियो में वो किस पर पत्थर चला रहे थे। इसके साथ ही पुलिस को एक और 6 सेकेंड का वीडियो मिला है। जिसमें में अनंत सिंह का भतीजा करनवीर उस इनोवा कार के पास दिखाई दे रहा है, जिस गाड़ी पर हमले का आरोप जन सुराज के कैंडिडेट पीयूष प्रियदर्शी ने लगाया है।
दुलारचंद यादव के पोते नीरज कुमार के बयान पर सबसे पहला भदौर थाना में एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें अनंत सिंह, राजवीर सिंह, कर्मवीर सिंह, छोटन सिंह और कंजम सिंह को नामजद बनाया गया है। नीरज की ओर से थाने में दिए गए आवेदन में लिखा है कि गुरुवार को प्रचार के दौरान अनंत सिंह अपने समर्थकों के साथ पहुंचे और मेरे दादा दुलारचंद यादव के साथ बकझक करने लगे। इसपर विवाद शुरू हो गया। इसके बाद अनंत सिंह के दोनों भतीजे वहां आ गए और उन लोगों ने गोली चला दी। जो कि दादा के पैर में लगी। इसके बाद छोटन व कंजम सिंह ने थार गाड़ी उनके ऊपर चढ़ा दी जिससे उसकी मौत हो गई। इस मामले में हत्या और साजिश से संबंधित धारा 103, 3(5), BNS 2023 तथा आर्म्स एक्ट की धारा 27 लगाई गई है।
इसी प्रकार से दूसरी FIR अनंत सिंह के समर्थक जीतेन्द्र कुमार के बयान पर दर्ज की गई है। इसमें जनसुराज प्रत्याशी पियूष प्रियदर्शी, लखन महतो, बाजो महतो, नीतीश महतो, ईश्वर महतो, अजय महतो और अन्य अज्ञात व्यक्तियों पर हमला और साजिश रचने का आरोप लगाया गया है। BNS 2023 की धाराएँ 126(2), 115(2), 109(1), 324(9), 352/351(2), 35 लागू की गई हैं।
Updated on:
01 Nov 2025 12:01 pm
Published on:
01 Nov 2025 09:58 am
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