सिंगर रूपकुमार (फोटो सोर्स- पत्रिका)
Patrika Interview: जाने-माने गायक रूप कुमार राठौड़ राजधानी में एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे। मधुर आवाज भावपूर्ण गायकी से देशभर में पहचान बनाने वाले राठौड़ ने अपने संगीत सफर, रियलिटी शो की हकीकत और देशभक्ति गीतों से जुड़ी भावनाओं पर खुलकर बात की। पत्रिका से हुई इस विशेष बातचीत में उन्होंने बताया कि संगीत उनके लिए सिर्फ पेशा नहीं, बल्कि एक साधना है। पारिवारिक परंपरा, जिम्मेदारी और नई पीढ़ी के कलाकारों को लेकर उनकी सादगी भरी बातें दिल कोछू जाती हैं।
छत्तीसगढ़ी फोक यूजिक पर अपनी राय रखते हुए उन्हाेंने कहा कि यहां का फोक संगीत बहुत समृद्ध और मशहूर है। छत्तीसगढ़ी लोकधुनों का इस्तेमाल अभी तक बड़े स्तर पर नहीं हुआ है। अगर इसे सही मंच मिले, तो यह पूरे भारत में अपनी पहचान बना सकता है।
Q. आप एक संगीतकार परिवार से आते हैं। ऐसी विरासत से जुड़े होने का कितना दबाव महसूस होता है और कितनी प्रेरणा मिलती है?
A. निश्चित ही जिम्मेदारी होती है। जिस घराने से हम ताल्लुक रखते हैं, उसकी मर्यादा और परंपरा को निभाना आसान नहीं होता। लेकिन हमारे बुजुर्गों का आशीर्वाद ही हमें आगे बढ़ने की शक्ति देता है।
Q. आजकल रियलिटी शो बच्चों को स्टार बना रहे हैं, कलाकार नहीं। इस पर आपकी राय क्या है?
A. आपने बहुत सही कहा। आजकल रियलिटी शो बच्चे को स्टार तो बना देते हैं, लेकिन कलाकार नहीं बनाते। ये स्टार जल्दी चमकते हैं और जल्दी ओझल भी हो जाते हैं। इंडियन आइडल जैसे कई सीजन हो चुके हैं लेकिन पहले के विजेताओं का अब कोई नाम नहीं सुनाई देता। हर साल नया स्टार आता है और पुराना भुला दिया जाता है।
Q. आपने लगभग हर विधा में गाया है। किस विधा में आपको सबसे अधिक संतोष मिलता है?
A. मुझे देशभक्ति गीत गाने में सबसे ज्यादा संतोष मिलता है। जब फौजियों या उनके परिवारों के लिए कुछ करने का मौका मिलता है तो एक अलग ही आनंद आता है। वो सच्ची आत्मिक खुशी होती है।
Q. अक्सर कहा जाता है कि इस इंडस्ट्री में कनेक्शन से काम मिलता है। क्या आपने ऐसा अनुभव किया है?
A. देखिए, शुरुआत कनेक्शन से हो सकती है, लेकिन टिकना सिर्फ आपकी मेहनत और प्रतिभा पर निर्भर करता है। अगर आपमें दम है, तो लोग आपको स्वीकार करेंगे, वरना किसी का संबंध ज्यादा दूर तक नहीं चला सकता।
Published on:
13 Oct 2025 01:47 pm
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