4 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

हिस्ट्रीशीटर तोमर के समर्थकों की दबंगई! धमकियों के बीच पीड़ित बोले- न्याय की लड़ाई साथ मिलकर लड़ेंगे…

History-sheeter Tomar: हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र सिंह तोमर उर्फ रूबी सिंह की गुंडागर्दी कम नहीं हो रही है। अब अपने समर्थकों से सोशल मीडिया के जरिए पीड़ितों को डराने-धमकाने का काम कर रहा है।

2 min read
Google source verification
हिस्ट्रीशीटर तोमर के समर्थकों की दबंगई(photo-patrika)

हिस्ट्रीशीटर तोमर के समर्थकों की दबंगई(photo-patrika)

History-sheeter Tomar: छत्तीसगढ़ के रायपुर में जेल जाने के बाद भी हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र सिंह तोमर उर्फ रूबी सिंह की गुंडागर्दी कम नहीं हो रही है। अब अपने समर्थकों से सोशल मीडिया के जरिए पीड़ितों को डराने-धमकाने का काम कर रहा है। सोशल मीडिया में कई पोस्ट करके एफआईआर कराने वालों और शिकायत करने वालों को तरह-तरह से डराने की कोशिश कर रहे हैं।

History-sheeter Tomar: सोशल मीडिया बना हथियार

उल्लेखनीय है कि ब्लैकमेलिंग, वसूली और गुंडागर्दी के मामले में वीरेंद्र जेल में है। उसका भाई रोहित सिंह तोमर फरार चल रहा है। पुलिस उसे अब तक पकड़ नहीं पाई है। हिस्ट्रीशीटर तोमर के समर्थन में राष्ट्रीय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर राज शेखावत भी सामने आ चुके हैं। पुलिस को धमकी देने के आरोप में उनके खिलाफ एफआईआर हो चुकी है।

डॉक्टर शेखावत के धमकी देने के मामले के बाद हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र के कुछ और समर्थक सोशल मीडिया में माहौल बना रहे हैं। वीरेंद्र के खिलाफ एफआईआर कराने वालों को अप्रत्यक्ष रूप से धमका रहे हैं। इसको लेकर पीड़ितों ने हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र तोमर-रोहित तोमर पीड़ित संघ बना लिया है।

कारोबारी से लिया 10 लाख का सामान, पैसे के बजाय धमकी-चमकी

हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र और रोहित के खिलाफ देवेंद्र नगर थाने में एक और एफआईआर दर्ज हो गई। इसमें आरोपियों ने एक कारोबारी से 10 लाख रुपए से अधिक का सामान लिया, लेकिन पैसे मांगने पर उल्टा उन्हीं धमकी-चमकी देने लगे। इसकी शिकायत पर पर देवेंद्र नगर पुलिस ने आरोपी दोनों भाइयों के खिलाफ 384, 420, 34 के तहत केस दर्ज किया है।

पुलिस के मुताबिक पंडरी कपड़ा मार्केट में संजय चांडक की कपड़े की दुकान है। हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र और रोहित ने वर्ष 2021 में 25 अगस्त 10 अक्टूबर के बीच उनकी दुकान से पर्दा, बेडशीट और अन्य सामान अलग-अलग दिन जबरदस्ती अपनी गाड़ी में रखवा लिया। इसकी कुल कीमत 10 लाख 50 हजार 808 रुपए थी। पैसे मांगने पर धमकी देता था। कहता था कि वह करणी सेना का अध्यक्ष है। तुहारी दुकान बंद करा दूंगा। तुमको यहां पर रहने नहीं दूंगा।

शिकायतकर्ताओं को ऑनलाइन डराने की कोशिश

जब भी यहां आऊंगा सामान दे देना। कहते हुए सामान को ले जाता था। कुछ दिनों बाद वह वीरेंद्र के घर पैसा मांगने गया, तो उसे धमकी देते हुए गाली-गलौच करके वहां से भगा दिया। पीड़ित कारोबारी डर के चलते उसकी शिकायत नहीं कर पाया था। कुछ दिन पहले उसने देवेंद्र नगर थाने में शिकायत की। इसके बाद पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र और उसके भाई रोहित के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र और रोहित के खिलाफ पुरानी बस्ती, तेलीबांधा, देवेंद्र नगर में कुल 8 मामले दर्ज हो चुके हैं। शिकायतकर्ताओं ने संगठित होकर न्याय की लड़ाई लड़ने का निर्णय किया है। सभी ने मामले की जांच, गवाही में पुलिस का सहयोग करने और ऐसे लोगों को एकजुट करने का निर्णय लिया है, जिनकी शिकायतों पर अब तक आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई है। पीड़ित संघ के गजानंद सिंह, हरीश कच्छाव, गायत्री सिंह, नरेश सचदेवा आदि ने बताया कि दोनों हिस्ट्रीशीटर भाइयों के अन्याय के खिलाफ सभी मिलकर लड़ेंगे।