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आयुष्मान योजना में गड़बड़ी! तीन संस्थाओं के बिस्तर घटाने के निर्देश, दो निजी अस्पतालों का पंजीयन रद्द

Ayushman Bharat Yojana: राजनांदगांव जिले में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के नाम पर जिले के कई निजी अस्पतालों में चल रही गड़बड़ियों का बड़ा खुलासा हुआ है।

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आयुष्मान योजना में गड़बड़ी! तीन संस्थाओं के बिस्तर घटाने के निर्देश, दो निजी अस्पतालों का पंजीयन रद्द(photo-patrika)

आयुष्मान योजना में गड़बड़ी! तीन संस्थाओं के बिस्तर घटाने के निर्देश, दो निजी अस्पतालों का पंजीयन रद्द(photo-patrika)

Ayushman Bharat Yojana: छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के नाम पर जिले के कई निजी अस्पतालों में चल रही गड़बड़ियों का बड़ा खुलासा हुआ है। जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नेतराम नवरतन की अगुवाई में गठित टीम ने 8 और 9 अक्टूबर को पंजीकृत अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया, जिसमें नियमों का घोर उल्लंघन सामने आया।

Ayushman Bharat Yojana: तीन संस्थाओं के बिस्तर घटाने के निर्देश:

जांच के दौरान अस्पतालों द्वारा शासन द्वारा निर्धारित मापदंडों का पालन नहीं किया जा रहा था। निरीक्षण के बाद स्वास्थ्य विभाग ने दो अस्पतालों का आयुष्मान योजना अंतर्गत पंजीयन निरस्त करने का प्रस्ताव राज्य शासन को भेज दिया, जबकि तीन अस्पतालों के बिस्तरों की संख्या घटाने के निर्देश जारी किए गए हैं।

टीम ने अपेक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, राजनांदगांव हेल्थ केयर, नव जीवन हॉस्पिटल, जय तुलसी नर्सिंग होम और शुक्ला मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल की जांच की। निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि कई अस्पतालों ने न तो आयुष्मान योजना के तहत उपचार संबंधी बोर्ड प्रदर्शित किए थे, न ही मरीजों से आयुष्मान कार्ड की जानकारी या सहमति पत्र लिया गया। कुछ अस्पतालों में मरीजों से अतिरिक्त शुल्क लेने की शिकायतें भी मिलीं।

सभी रिकॉर्ड संधारित करने कहा गया

टीम ने सभी निजी अस्पतालों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने चिकित्सकों, नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ का आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन में पंजीयन कराएं और नियुक्ति, वेतन एवं मरीज उपचार संबंधी सभी रिकॉर्ड संधारित करें। स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि जिले के सभी 30 पंजीकृत निजी अस्पतालों का पुन: औचक निरीक्षण किया जाएगा, और दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई से कोई नहीं बचेगा।