Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

ट्रेनों में नकली किन्नरों से परेशान यात्री: बीना से भोपाल और सागर रूट पर यात्री असुरक्षित

रेल प्रशासन बना मूकदर्शक, नहीं की जाती है कार्रवाई, कई बार घटनाओं को दे चुके हैं अंजाम

2 min read
Passengers troubled by fake eunuchs in trains: Passengers unsafe on Bina to Bhopal and Sagar route

ट्रेन में यात्रियों से रुपए मांगता हुआ किन्नर

बीना. बीना से भोपाल और बीना से सागर के बीच सफर करने वाले यात्रियों के लिए ट्रेन की यात्रा अब असुरक्षित और तनावपूर्ण होती जा रही है। असली किन्नरों की आड़ में नकली किन्नरों का गिरोह लगातार ट्रेनों में सक्रिय है। यह नकली किन्नर यात्रियों से जबरन रुपए ऐंठते हैं और विरोध करने पर अभद्रता, गाली-गलौज व धमकी देने पर उतर आते हैं।

इनका सबसे ज्यादा निशाना वह यात्री बनते हैं जो परिवार के साथ, खासकर महिलाओं के साथ सफर कर रहे होते हैं। शर्म और अपमान के डर से अधिकांश यात्री बिना विरोध किए रुपए देने को मजबूर हो जाते हैं। कई मामलों में तो नकली किन्नरों (महिलाएं) की दबंगई इतनी बढ़ जाती है कि यात्री खुलकर विरोध करने से भी डरते हैं। यात्रियों का कहना है कि आए दिन ऐसी घटनाएं हो रही हैं लेकिन रेलवे प्रशासन और जीआरपी-आरपीएफ के अधिकारी कार्रवाई करने के बजाय चुप्पी साधे बैठे हैं। स्टेशन पर तो कभी-कभी कार्रवाई का दिखावा होता है लेकिन ट्रेनों में इन नकली किन्नरों का आतंक बदस्तूर जारी है। इस संबंध में नाम न छापने की शर्त पर एक किन्नर ने बताया कि इसके लिए प्रशासन को ध्यान देकर कार्रवाई करनी चाहिए। ताकि हमें बदनामी न झेलनी पड़े।

बिगड़ सकते हैं और हालात
यदि समय रहते इन नकली किन्नरों पर कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो हालात और बिगड़ सकते हैं। रोजाना हजारों यात्री इस रूट से गुजरते हैं और हर दिन उन्हें डर और असुरक्षा के माहौल में सफर करना पड़ता है। यात्रियों ने मांग की है कि जीआरपी और आरपीएफ ट्रेनों में नियमित गश्त बढ़ाएं और ऐसे गिरोहों पर सख्त शिकंजा कसा जाए।

रात व सुबह के समय जाने वाली ट्रेनों में ज्यादा सक्रिय
यह नकली किन्नर रात के समय ज्यादा सक्रिय रहते हैं, क्योंकि उन्हें यह पता होता है कि आरपीएफ व जीआरपी के जवान दिन में ही मिलते हैं। इसका फायदा उठाकर यह नकली किन्नर यात्रियों से वसूली पर निकल पड़ते हैं।