Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

डेढ़ सौ लोगों के धर्मांतरण अभियान का भंडाफोड़ ! पंजाब से कनेक्शन का पुलिस को मिला सुराग

एक गांव में चल रहे बड़े धर्मांतरण प्रयास को पुलिस ने अचानक दबिश देकर नाकाम कर दिया। धार्मिक पुस्तकें, दस्तावेज और 150 लोगों की सूची मिलने के बाद मुख्य आरोपी को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। शुरुआती जांच पंजाब से जुड़े नेटवर्क की ओर संकेत कर रही है।

2 min read
Google source verification
पुलिस

जांच करती पुलिस सांकेतिक तस्वीर फोटो जेनरेट AI

श्रावस्ती जिले के गिरंट बाजार स्थित भयापुरवा गांव में एक कथित बड़े धार्मिक परिवर्तन अभियान का खुलासा हुआ। पुलिस की त्वरित कार्रवाई के चलते पूरी गतिविधि को बीच में ही रोक दिया गया। मौके से धार्मिक साहित्य, लोगों की सूची और अन्य दस्तावेज बरामद होने के बाद एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। शुरुआती जांच में यह पूरा मामला बाहरी राज्यों से जुड़े नेटवर्क की ओर इशारा कर रहा है।

रविवार दोपहर भयापुरवा गांव में अचानक भारी संख्या में लोगों की मौजूदगी ने कुछ ग्रामीणों को शक में डाल दिया। जानकारी के अनुसार, गांव के रहने वाले राजेश कुमार ने यहां एक धार्मिक सभा का आयोजन किया था। जिसमें 150 से अधिक लोग शामिल हुए थे। बताया जाता है कि सभा के दौरान राजेश ईसाई धर्म की विशेषताओं का उल्लेख कर उपस्थित लोगों को उसकी ओर आकर्षित करने का प्रयास कर रहा था। ग्रामीणों का दावा है कि वह हिन्दू धर्म को कमतर दिखाते हुए लोगों को नए धर्म को अपनाने के लिए प्रेरित कर रहा था। इसी दौरान किसी ने मामले की सूचना हरदत्त नगर गिरंट थाना पुलिस को दे दी। थानाध्यक्ष महिमानाथ उपाध्याय तुरंत टीम के साथ गांव पहुंचे। सभा स्थल की तलाशी ली। पुलिस ने वहां से कई धार्मिक पुस्तकें, प्रचार सामग्री, पर्चे और एक दस्तावेजी सूची बरामद की। जिसमें सभा में उपस्थित लोगों के नाम और पते शामिल थे। पुलिस के अनुसार, यह सूची इस बात का संकेत है कि लंबे समय से इलाके में संगठित तरीके से लोगों को जोड़ने की कोशिश की जा रही थी।

नेपाल और सीतापुर से आते थे पादरी

कार्रवाई के दौरान राजेश कुमार को मौके से हिरासत में ले लिया गया। पूछताछ के शुरुआती चरण में उसके कुछ संपर्क पंजाब के जालंधर क्षेत्र से जुड़े पाए गए हैं। पुलिस का मानना है कि इस पूरे मामले में बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की भूमिका भी हो सकती है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि कभी-कभी नेपाल और सीतापुर से भी कुछ पादरी यहां आते रहे हैं। जिससे पूरा नेटवर्क और जटिल हो जाता है।

पुलिस पूरे नेटवर्क की कर रही जांच

थानाध्यक्ष महिमानाथ का कहना है कि बरामद सामग्री की जांच की जा रही है। आरोपी से विस्तृत पूछताछ जारी है। पुलिस अब इस बात का पता लगाने की कोशिश में है कि आयोजन के पीछे कौन-कौन लोग सक्रिय हैं। और क्या इसे किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा माना जा सकता है। पुलिस टीम देर रात तक गांव में मौजूद रही। सभी तथ्यों को खंगालने का काम जारी रखा। घटनाक्रम के बाद क्षेत्र में एक बार फिर से धर्मांतरण को लेकर सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं।