
एक ही मतदाता की 7 वोटर आइडी (फोटो-सोशल मीडिया)
सीकर। राजस्थान में चल रही SIR प्रक्रिया के बीच जिले में निर्वाचन आयोग की बड़ी चूक सामने आई है। श्रीमाधोपुर विधानसभा क्षेत्र में एक ही मतदाता की 7 वोटर आइडी बनकर आने का मामला अब सुर्खियों में है। इस मामले को लेकर कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग के कामकाज पर गंभीर सवाल उठाए हैं। मामले ने तब अधिक तूल पकड़ लिया, जब कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने इस मसले को एक्स हैंडल पर उठाया।
श्रीमाधोपुर शहर के वार्ड आठ के एक ही मतदाता की अलग-अलग ईपीआईसी (EPIC) नंबर की सात वोटर आइडी बनने पर भूचाल सा आ गया है। भोमाराम पटवा ने बताया कि बेटे मेघराज पटवा ने छह माह पहले वोटर आइडी के लिए आवेदन किया था। उस समय 18 वर्ष पूरे नहीं होने पर वोटर आइडी नहीं बनी।
मतदाता के पिता ने बताया कि 'जुलाई 2025 में 18 वर्ष आयु पूरी होने पर वार्ड के कृष्ण गोपाल शर्मा उर्फ सेठी ने नाम जुड़वाने के लिए हमसे बच्चे की दसवीं की मार्कशीट व फोटो मांगी। बुधवार को हमारे घर बेटे की अलग-अलग ईपीआईसी (EPIC) नंबर की सात वोटर आइडी आई। जिसके बारे में हमने कृष्ण गोपाल व निर्वाचन विभाग श्रीमाधोपुर कार्यालय को जानकारी दी तो उन्होंने ठीक करवाने की बात कही।'
भोमाराम ने बताया कि 'वह मजदूर आदमी है काम पर चला गया व बेटा स्कूल चला गया। इस बीच घर पर कांग्रेस का युवा नेता विक्की बींवाल आया और वोटर आइडी को ठीक करवाने की बात कहकर ले गया। अब प्रशासन के लोग मुझसे आइडी मांग रहे हैं, लेकिन हमारे पास बनकर आई वह वोटर आइडी है ही नहीं।' दूसरी तरफ युवा कांग्रेस के विधानसभा अध्यक्ष विक्की बींवाल ने कहा कि 'हमारे नेता राहुल गांधी लगातार वोट चोरी का मामला उठाते आ रहे हैं, लेकिन चुनाव आयोग ध्यान नहीं दे रहा।'
सभी 7 वोटर आइडी का फोटो शेयर करके कांग्रेस के नेता लगातार सोशल मीडिया पर बवाल मचा रहे हैं। कांग्रेस के मुख्य पेज से भी इस मसले को उठाया गया है। कांग्रेस ने पोस्ट साझा करते हुए पीएम मोदी और चुनाव आयोग पर पूरा सिस्टम हाईजैक करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने इसे 'वोट चोरी' का मामला कहा है।
दूसरी तरफ जिला निर्वाचन आयोग ने फैक्ट चेक करने के बाद कांग्रेस के एक्स हैंडल से किए गए पोस्ट को भ्रामक बताया है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि उक्त व्यक्ति ने 7 बार आवेदन कर दिए थे। बूथ स्तर पर बीएलओ की लापरवाही सामने आई है। जिले में SIR प्रक्रिया जारी है, इस दौरान इस तरह के सभी मामले खुद ही समाप्त हो जाएंगे। निर्वाचन आयोग ने कहा कि मतदाता द्वारा SIR 2026 में केवल एक ही गणना पत्र भरा गया है, ऐसे में आने वाली नई मतदाता सूची में उसका नाम सिर्फ एक बार ही आएगा।
'मतदाता ने आयु पूरी होने से पहले ही आवेदन कर दिया था। छह महीने की अवधि में लगभग सात बार आवेदन कर दिया। इस वजह से लगभग सात आइडी जनरेट हो गई। इस मामले में बीएलओ की लापरवाही सामने आने पर चार्जशीट जारी की है। इस मामले की पूरी जांच भी कराई जा रही है।' - मुकुल शर्मा, जिला निर्वाचन अधिकारी, सीकर
Updated on:
13 Nov 2025 09:34 pm
Published on:
13 Nov 2025 09:12 pm
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