
सिरोही सीएमएचओ कार्यालय, फाइल फोटो
suspicious disability certificates made in Sirohi: फर्जी दिव्यांग सर्टिफिकेट बनवाकर सरकारी नौकरी हासिल करने के राजस्थान में अब तक कई मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन अब फर्जी दिव्यांग प्रमाण-पत्रों से बड़ी संख्या में लोगों के पेंशन लाभ लेकर सरकार को चूना लगाने की भी आशंका जताई जा रही है। गत दिनों सिरोही सीएमएचओ कार्यालय में गत 6 साल में बनाए गए दिव्यांग प्रमाण-पत्रों के संदिग्ध पाए जाने का मामला उजागर होने के बाद मंत्री व जिला कलक्टर ने प्रमाणपत्रों की जांच के लिए एसओजी को लिखा था।
इसी मामले में विशेष योग्यजन निदेशालय ने भी फर्जी दिव्यांग प्रमाणत्रों से अनुचित तरीके से पेंशन लाभ ले रहे लोगों की जांच को लेकर एसओजी को पत्र लिखा है। हालांकि यह तो एसओजी की जांच में ही सामने आएगा कि कितने लोग फर्जी तरीके से पेंशन लाभ ले रहे हैं, लेकिन प्रदेश में जिस तरह से संदिग्ध प्रमाणपत्र पकड़ में आए हैं, उसके अनुसार तो इनकी भी संख्या कम नहीं आंकी जा सकती।
उल्लेखनीय है कि अक्टूबर माह में कुछ लोगों ने पूर्व सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार के कार्यकाल में फर्जी दिव्यांग प्रमाणत्र बनाए जाने की सिरोही जिला कलक्टर को शिकायत की थी। उनके निर्देश पर वर्तमान सीएमएचओ की ओर से गठित चिकित्सा विभाग की टीम ने जांच की तो तत्कालीन सीएमएचओ के कार्यकाल में गत 6 साल में जारी किए गए 5177 दिव्यांग सर्टिफिकेट संदिग्ध पाए गए थे।
जांच में एक महिला का प्रमाणपत्र संदिग्ध मिलने और उसके अनुचित पेंशन लाभ लेने का मामला सामने आने पर वर्तमान सीएमएचओ ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग को जांच के लिए पत्र लिखा। जिस पर विशेष योग्यजन निदेशालय के अतिरिक्त निदेशक ने फर्जी दिव्यांग प्रमाणपत्रों से अनुचित तरीके से पेंशन लाभ ले रहे लोगों की जांच के लिए एसओजी को पत्र लिखा है।
| क्षेत्र | स्टेट पेंशनर | केन्द्र पोषित पेंशनर |
|---|---|---|
| आबूरोड | 968 | 35 |
| पिण्डवाडा | 3189 | 28 |
| रेवदर | 2804 | 27 |
| शिवगंज | 1672 | 18 |
| सिरोही | 2281 | 22 |
| कुल (ग्रामीण) | 10914 | 130 |
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अनुसार वर्तमान में सिरोही जिले में कुल 12 हजार 654 दिव्यांगजन पेंशन लाभ ले रहे हैं। इनमें राज्य की विशेष योग्यजन योजना में 12 हजार 498 और केन्द्र पोषित योजना में 156 दिव्यांगजन पेंशनर हैं। ऐसे में बहुत से लोगों के संदिग्ध प्रमाणत्रों से पेंशन लाभ लेने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि असलियत एसओजी की जांच के बाद ही सामने आ सकेगी कि कितने लोग फर्जी प्रमाण-पत्रों से अनुचित पेंशन लाभ ले रहे हैं।
| क्षेत्र | स्टेट पेंशनर | केन्द्र पोषित पेंशनर |
|---|---|---|
| आबूरोड | 316 | 4 |
| जावाल | 52 | 0 |
| मंडार | 135 | 1 |
| माउंट आबू | 153 | 4 |
| पिण्डवाडा | 321 | 4 |
| शिवगंज | 271 | 5 |
| सिरोही | 336 | 8 |
| कुल (शहरी) | 1584 | 26 |
हालांकि कितने लोगों के फर्जी सर्टिफिकेट जारी किए गए, उनमें से कितने लोगों ने फर्जीवाड़े से सरकारी नौकरी हासिल की और कितने पेंशन उठाकर सरकार को चपत लगा रहे हैं यह तो एसओजी की जांच के बाद ही सामने आ सकेगा। लेकिन गत दिनों एसओजी की ओर से एसएमएस मेडिकल कॉलेज में गठित बोर्ड की ओर से करवाई गई जांच में 43 संदिग्धों में से 37 सरकारी कर्मचारियों के दिव्यांग प्रमाणपत्र संदिग्ध पाए गए थे, जो प्रदेश के 9 सीएमएचओ की ओर से जारी किए थे। ऐसे में अनुचित पेंशन लाभ के मामले भी सामने आ सकते हैं।
Published on:
16 Nov 2025 01:33 pm
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