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ट्रैफिक पुलिस की दादागिरी, बिना स्पीड लिमिट तय किए कराची में लोगों से वसूला जा रहा चालान

पाकिस्तान के कराची शहर में ट्रैफिक पुलिस दादागिरी कर रही है जिससे जनता को परेशानी हो रही है। क्या है पूरा मामला? आइए जानते हैं।

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भारत

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Tanay Mishra

Nov 19, 2025

Karachi traffic police issuing fine

बिना स्पीड लिमिट तय किए कराची ट्रैफिक पुलिस लोगों का काट रही चालान (Photo - Dawn on social media)

कराची (Karachi), पाकिस्तान (Pakistan) का सबसे बड़ा शहर है। कराची ही पाकिस्तान में सबसे ज़्यादा आबादी वाला शहर है। ऐसे में स्वाभाविक है कि शहर की सड़कों पर काफी ज़्यादा व्हीकल्स चलते हैं। इन व्हीकल्स के चालकों के लिए अब शहर की ट्रैफिक पुलिस ने परेशानी खड़ी कर दी है। कराची की ट्रैफिक पुलिस ने दादागिरी शुरू कर दी है, जिससे जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

बिना स्पीड लिमिट तय किए लोगों का काट रही चालान

कराची ट्रैफिक पुलिस बिना स्पीड लिमिट तय किए लोगों का चालान काट रही है। इससे शहर के लोग काफी परेशान हैं। नवंबर 2025 में लॉन्च हुए नए ई-चालान सिस्टम के तहत ट्रैफिक पुलिस ने स्पीडिंग उल्लंघनों के लिए कठोर चालान काटना शुरू कर दिया है, लेकिन कई प्रमुख सड़कों पर तय स्पीड लिमिट के साइन बोर्ड ही नहीं लगे, जिससे व्हीकल्स चलाने वाले लोग भ्रमित हो रहे हैं।

बिना चेतावनी के किया जा रहा यह काम

कराची में कई सड़कों पर ट्रैफिक पुलिस बिना चेतावनी के यह काम कर रही है। सीसीटीवी कैमरों से स्वचालित ई-चालन जारी हो रहे हैं जिसका खामियाजा चालकों को भुगतना पड़ रहा है।

कितना चालान वसूला जा रहा है?

मोटरसाइकिल चालकों से ओवरस्पीडिंग और अन्य नियमों के उल्लंघ के लिए 5,000 रूपए, जबकि कार और जीप चालकों से 10,000 रूपए तक का चालान वसूला जा रहा है। दो दिन में ही 6,000 से ज़्यादा चालान जारी हो चुके हैं। गलत दिशा में ड्राइविंग पर मोटरसाइकिल राइडिंग के लिए 25,000 रूपए तक का चालान वसूला जा रहा है।

लोगों में बढ़ सकता हैं गुस्सा

कराची ट्रैफिक पुलिस ने चालान की राशि बढ़ाने और अंधाधुंध चालान काटने के पीछे शहर में ट्रैफिक नियमों की अवहेलना को कारण बताया है। इस वजह से कराची की कई सड़कें काफी असुरक्षित हैं। हालांकि तय स्पीड लिमिट के साइन बोर्ड्स कई सड़कों पर नहीं होने और ई-चालान पोर्टल में अनियमितता की वजह से यह सिस्टम अभी भी पारदर्शी नहीं है। अगर इस सिस्टम को पारदर्शी बना दिया जाए, तो कराची में ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार हो सकता है। अगर यह सिस्टम पारदर्शी नहीं हुआ, तो लोगों में गुस्सा बढ़ सकता है।