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78 साल बाद अब महिलाओं को भी एंट्री, तब्लीगी इज्तिमा की नई मिसाल, विदुशी महिलाएं देंगी धर्म की शिक्षा

MP news: आलमी तब्लीगी इज्तिमा इस बार 14 नवंबर से शुरू होने जा रहा है, दुनिया का सबसे बड़ा यह आयोजन अब मिसाल बनने जा रहा है.. कैसे... जानने के लिए जरूर पढ़ें ये खबर

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MP news: (फोटो: सोशल मीडिया)

MP news:" देश और दुनिया में जहां परिवारों के टूटने और सोशल कनेक्टिवटी कम होना बड़ा मामला बन गया है वहीं तब्लीगी इज्तिमा ने एक नई मिसाल पेश की। 78 साल के इतिहास में पहली बार इज्तिमा के दौरान महिलाओं को भी इससे जोड़ा जा रहा है।

सीधे तौर पर एंट्री नहीं, छोटे सामूहिक आयोजन में जुट रहीं महिलाएं

यह सीधे तौर पर नहीं है। बल्कि इज्तिमा से पहले और बाद में शहर में छोटे आयोजनों के जरिए हुआ है। मोहल्लों और कॉलोनियों में कार्यक्रम हो रहे हैं। ये तब्लीगी इज्तिमा के समापन तक जारी रहेेंगे। ईटखेड़ी में आलमी तबलीगी इज्तिमा की तैयारी हैं। इसमें देश और विदेश से जमातों के रूप में 12 लाख लोग जमा होंगे। यह पुरूषों तक सीमित हैं। महिलाओं की एंट्री नहीं होगी।

महिलाओं को महिला विद्वान देंगी धर्म की सही शिक्षा

महिलाओं को धर्म की सही शिक्षा और शरियत के आधार पर महिला विद्वान जानकारी देगी। इसकी शुरु़आत हो गई है। छोटे स्तर पर महिलाएं जमा रही हैं। पुराने शहर के पुतली घर में आयोजन हुआ। लालालाज पथ राय कॉलोनी, अशोका गार्डन, गिन्नौरी में अब तक कई आयोजन हुए। कुरआन और हदीस के मुताबिक जिंदगी बिताने के तरीके बताए जा रहे हैं।

बुद्धिजीवी, डॉक्टर, कारोबारी, वकीलों के लिए अलग सेंशन:

हर एक अपने हुनर से मानवता को नए आयाम दे सकता है। ये सिखाने के लिए हर वर्ग के लिए अलग से सेंशन होना है। इसमें बुद्धिजीवी, डॉक्टर इंजीनियर, कारोबारी सहित हर वर्ग शामिल हैं। वह जो काम कर रह रहा है उसे पूरी इमानदारी से निभाएं। दैनिक जरूरतों को पूरा करने के साथ मकसद इंसानियत की मदद भी हो।

620 एकड़ में इज्तिमागाह, खिदमत के लिए 71 पार्किंग

14 नवंबर से राजधानीभोपाल में इज्तिमा शुरू होगा। इसको लेकर 620 एकड़ की इज्तिमागाह में तैयारी हो गई। इसके साथ ही 150 एकड़ में 61 पार्किंग जोन बन चुके हैं। वजूखाना, अस्थाई टॉयलेट और बाथरूम तैयार हैं। दो दिन में नगर निगम, पीएचई, पीडब्लूडी, बिजली विभाग समेत अपने हिस्से के कामों को अंतिम रूप दे देंगे।