Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

रेलवे सुरक्षा बल की हिरासत में युवक की मौत ने खड़े किए कई सवाल, परिजन रो-रोकर हुए बेहाल

आरपीएफ की अभिरक्षा में युवक की संदिग्ध मौत के बाद हड़कंप मच गया। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने बेरहमी से पिटाई कर दी। जबकि आरपीएफ बीमारी का हवाला दे रही है। तेल बरामदगी की कहानी पर भी सवाल उठ रहे हैं।

2 min read
Google source verification
Gonda

जिला अस्पताल में रोते- बिलखते परिजन फोटो सोर्स विजुअल के स्क्रीनशॉट से पत्रिका

गोंडा मे रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की अभिरक्षा में एक युवक की संदिग्ध मौत के बाद बवाल मच गया। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उसे बेरहमी से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। जबकि आरपीएफ ने बीमारी के चलते मौत होने की बात कही है।

गोंडा जिले के मोतीगंज थाना के गांव किनकी के रहने वाले 33 वर्षीय संजय कुमार सोनकर की मंगलवार देर रात आरपीएफ अभिरक्षा में मौत हो गई। बताया जा रहा है कि रात करीब 11 बजे आरपीएफ जवान उसे लेकर गोंडा मेडिकल कॉलेज पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने पहुंचते ही उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही परिजन अस्पताल पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। उनका आरोप है कि पुलिस ने संजय को बुरी तरह पीटा और बिजली का करंट तक दिया। बहन अनीता देवी का कहना है कि उनके भाई को एक महीने पुरानी चोरी के झूठे मामले में फंसाकर जान से मार दिया गया।

आरपीएफ सूत्रों के मुताबिक, 28 अक्टूबर को बरुवाचक रेलवे स्टेशन पर मालगाड़ी से सरसों तेल का टिन चोरी हुआ था। इस मामले में मंगलवार शाम संजय को हिरासत में लिया गया। अधिकारियों का दावा है कि आरोपी की निशानदेही पर गन्ने के खेत से 15 लीटर तेल का टिन बरामद किया गया। लिखापढ़ी के दौरान युवक ने पेट दर्द की शिकायत की। जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। जहां उसने दम तोड़ दिया। हालांकि, स्थानीय लोगों और परिजनों को यह बरामदगी कहानी हजम नहीं कर पा रहे हैं। उनका सवाल है कि अगर चोरी एक महीने पहले हुई थी। तो क्या कोई व्यक्ति इतने दिनों तक गन्ने के खेत में तेल का डिब्बा छिपाकर रखेगा। यह बात पूरे घटनाक्रम पर सवाल खड़े कर रही है।

डॉक्टर बोले मृत अवस्था में आरपीएफ के जवान लाये

गोंडा मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डॉ. अतुल मिश्रा ने बताया कि रात करीब 11:10 बजे आरपीएफ के जवान युवक को लेकर आए थे। तब वह मृत अवस्था में था। शुरुआत में उसकी पहचान अज्ञात के रूप में कराई गई। बाद में नाम संजय सोनकर बताया गया।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मृत्यु के कारण का चल सकेगा पता

आरपीएफ इंस्पेक्टर का कहना है कि चोरी के मामले में संजय को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के दौरान उसकी तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल भेजा गया। जहां उसकी मौत हो गई। फिलहाल शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों की पुष्टि हो सकेगी। यह पूरा मामला अब जांच के घेरे में है। क्योंकि अभिरक्षा में हुई यह मौत कई सवाल खड़े कर रही है। क्या युवक की मौत पुलिसिया प्रताड़ना से हुई या वाकई उसकी तबीयत बिगड़ी थी। यह जांच के बाद ही साफ हो पाएगा।