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डेडानसर बस स्टैंड बन सकेगा समाधान, अव्यवस्थाओं का हो सकेगा खात्मा

जैसलमेर शहर की यातायात व्यवस्था को बसों की आवाजाही से मुक्ति दिलाने के लिए प्रशासन की ओर से बाड़मेर मार्ग पर नया स्टैंड बनाकर वहां से निजी बसों की आवाजाही की व्यवस्था के चंद दिनों में ही अव्यवस्थाओं के सामने आने के बाद एक बार फिर डेडानसर मार्ग स्थित भोपालसिंह ग्रामीण बस स्टैंड को याद किया जा रहा है।

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जैसलमेर शहर की यातायात व्यवस्था को बसों की आवाजाही से मुक्ति दिलाने के लिए प्रशासन की ओर से बाड़मेर मार्ग पर नया स्टैंड बनाकर वहां से निजी बसों की आवाजाही की व्यवस्था के चंद दिनों में ही अव्यवस्थाओं के सामने आने के बाद एक बार फिर डेडानसर मार्ग स्थित भोपालसिंह ग्रामीण बस स्टैंड को याद किया जा रहा है। यह बस स्टैंड वर्तमान में केवल मुख्यत: रामगढ़ और कुछ अन्य गांवों की बसों की आवाजाही के लिए ही काम आ रहा है जबकि इसका क्षेत्रफल इतना विशाल है कि यहां से बाहरी शहरों के लिए चलने वाली करीब 40 बसों का संचालन आसानी से किया जा सकता है। यही कारण है कि बाड़मेर मार्ग वाले नए बस अड्डे से परेशानियां झेल रहे स्थानीय बस ऑपरेटर्स भी चाहते हैं कि डेडानसर मार्ग वाले ग्रामीण बस स्टैंड से उन्हें बसों के संचालन की मंजूरी दे दी जाए। हालांकि बस संचालक इसके साथ गड़ीसर चौराहा से एयरफोर्स चौराहा और हनुमान चौराहा होते हुए बसों को चलाने की अनुमति चाहते हैं। इसके लिए जिला प्रशासन फिलहाल बिलकुल तैयार नहीं है।

नहीं हो रहा ज्यादा उपयोग

तत्कालीन नगरपालिका और अब नगरपरिषद जैसलमेर की ओर से डेडानसर मार्ग पर ग्रामीण बस स्टैंड का निर्माण करीब डेढ़ दशक पहले करवाया गया था। तब इस पर लाखों रुपए की धनराशि व्यय की गई थी। वहां दर्जनों की संख्या में दुकानें भी बनाई गई और उनकी नीलामी से बेचान किया गया लेकिन इसका बहुत ज्यादा इस्तेमाल आज तक नहीं हो पाया है। कई साल पहले हनुमान चौराहा से लगते ग्रामीण बस स्टैंड को यहां अवश्य स्थानांतरित करवाया गया था लेकिन आज भी मुख्यत: रामगढ़ मार्ग वाले गांवों और नेहड़ाई, सम, सुल्ताना आदि चुनिंदा गांवों के लिए ही यहां से बसें चलाई जाती हैं।

सुविधाओं से युक्त ग्रामीण बस स्टैंड

जहां तक सुविधाओं का सवाल है, इस स्टैंड पर सभी आधारभूत संरचनाएं मौजूद हैं। यहां पर बसों के खड़े रहने और आवाजाही करने के लिए विशाल क्षेत्रफल है। सुलभ कॉम्पलेक्स, विशाल छायादार स्थान, दुकानें बनी हुई हैं। पूरे बस स्टैंड की पक्की चारदीवारी की हुई है। चारों तरफ लाइट व्यवस्था है, जिसे दुरुस्त करवाया जा सकता है। इसके साथ ही पास में जवाहर कॉलोनी की 100 फीट चौड़ी सडक़ है। भारतमाला मार्ग से आने वाली मुख्य सडक़ पर यह बस स्टैंड स्थित है। इसी क्षेत्र में जवाहर कॉलोनी, लक्ष्मीचंद सांवल कॉलोनी अवस्थित हैं। थोड़ा पीछे जाएं तो सागरमल गोपा आवासीय योजना और निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पताल है।

बस ऑपरेटर्स का पक्ष

डेडानसर मार्ग स्थित बस स्टैंड से हम बसों का संचालन करने के लिए तैयार हैं। प्रशासन व पुलिस हमें शहर के भीतर से होकर बसों को नॉन स्टॉप लाने व ले जाने की सुविधा दे तो यह आम यात्रियों के भी हित में होगा।

  • निर्मल पुरोहित, बस ऑपरेटरनिजी बसों के संचालकों को डेडानसर मार्ग स्थित स्टैंड से बसों का संचालन करने में कोई परेशानी नहीं है। यह यात्रियों के भी हित में होगा। अलसुबह और रात 8 बजे के बाद बसों को नॉन स्टॉप शहर से गुजरने की अनुमति दे दी जाए तो और अच्छा होगा।
  • राजकुमारसिंह तंवर, बस ऑपरेटरडेडानसर बस स्टैंड का वर्तमान में बहुत कम उपयोग हो रहा है। सभी निजी बसों को यहां से चलाया जाए तो यह सबके हित में होगा। हमने यह मांग पहले भी उठाई थी।
  • महेश पुरोहित, बस ऑपरेटरहमें दिक्कत नहीं, शहर में नहीं आएंगी बसेंडेडानसर स्थित ग्रामीण बस स्टैंड से निजी ऑपरेटर अगर बसों का संचालन करना चाहें तो इसके लिए उन्हें अनुमति दी जा सकती है। हालांकि शहर के मुख्य मार्गों से होकर उन्हें बसों को लाने व ले जाने की अनुमति नहीं होगी। उन्हें बाइपास का इस्तेमाल करना होगा।
  • प्रतापसिंह, जिला कलक्टर, जैसलमेर